Multibagger Stock: भारत की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में जबरदस्त उछाल के बीच Colab Platforms ने भी नए Colab Semiconductor Pvt Ltd की शुरुवात की घोषणा की है, जो पूरी तरह से Colab Platforms की ही सहायक कंपनी होगी। इस कदम के साथ अब कंपनी उभरते सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग और OSAT सेक्टर में प्रवेश करेगी। कंपनी पाहिले से ही ड्रोन टेक्नोलॉजी से पकड़ बानी हुई है ऐसे में अब कंपनी सेमीकंडक्टर में एंट्री करेगी। पिछले 88 दिन से कंपनी के स्टॉक लगातार अप्पर सर्किट में है और पिछले एक साल की बात करे तो कंपनी ने 2850% का जबरदस्त मल्टीबैग्गर रिटर्न्स दिए है।
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भारत का सेमीकंडक्टर मार्किट फिलहाल 52 बिलियन अमेरिकी डॉलर का है और अनुमान है कि वर्ष 2030 तक यह 108 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा, जिसमें करीब 15% की CAGR ग्रोथ शामिल है।
Colab Platform में 88 दिन से लगातार अप्पर सर्किट
Colab Platforms का शेयर इस समय सबसे चर्चित स्टॉक्स में से एक बन गया है। यह स्टॉक लगातार 88 सेशन से अप्पर सर्किट में बना हुआ है। कंपनी ने हाल ही में भारतीय सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में प्रवेश करते हुए ‘Colab Semiconductor Pvt Ltd’ नाम से अपनी नई सहायक कंपनी बनाई है, जिसका उद्देश्य भारत के तेजी से बढ़ते OSAT यानि Outsourced Semiconductor Assembly and Test सेक्टर में काम करना है। इस घोषणा के बाद निवेशकों का भरोसा इस शेयर पर और भी ज्यादा बढ़ गया है क्योंकि यह कंपनी पहले ही सालभर में 2850% मल्टीबैग्गर रिटर्न दे चुकी है और 88 दिनों से लगातार अपर सर्किट पर चल रही है।
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कंपनी का टेक्नोलॉजी विस्तार
Colab Platforms का यह कदम सिर्फ सेमीकंडक्टर उत्पादन तक सीमित नहीं है। कंपनी पहले से ही Artificial Intelligence (AI), Blockchain, Fintech, E-sports और Drone Technology में भी काम कर रही है, जिससे यह अब एक मल्टी-सेक्टर टेक्नोलॉजी पावरहाउस बन चुकी है । मैनेजिंग डायरेक्टर पुनीत सिंह के अनुसार, यह कदम भारत की टेक्नोलॉजिकल आत्मनिर्भरता को और मजबूत करेगा और आने वाले दशकों में भारी वैल्यू क्रिएट करेगा।
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भारत का सेमीकंडक्टर सेक्टर
भारत का सेमीकंडक्टर सेक्टरइस समय दुनिया के सबसे तेज़ी से बढ़ते उद्योगों में से एक बना है। 2024-25 में यह मार्किट 52 बिलियन अमेरिकी डॉलर था जो 2030 तक 108 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। यह एक 15% की सालाना कंपाउंड ग्रोथ रेट यानि CAGR रेट है । सरकार की ₹76,000 करोड़ की India Semiconductor Mission योजना जो Colab Platforms जैसी शुरुआती कंपनियां इससे सीधे लाभ उठाने की स्थिति में हैं, खासकर जब भारत अभी भी हर साल ₹1.05 लाख करोड़ से ज़्यादा के सेमीकंडक्टर आयात करता है।
कंपनी के तगड़े फाइनेंसियल रिपोर्ट्स
Colab Platforms के फाइनेंसियल रिजल्ट्स ही स्टॉक रैली की वजह हैं। 2024-25 में कंपनी की कुल सेल्स ₹1.59 करोड़ से बढ़कर ₹69.03 करोड़ हो गई यानी 4242% की ग्रोथ दिखी। इसी अवधि में नेट प्रॉफिट भी ₹1.79 करोड़ से बढ़कर ₹2.86 करोड़ तक पहुंचा। शेयर ने पिछले एक साल में ₹5.42 से बढ़कर ₹171.40 तक पहुंचने का रिकॉर्ड बनाया है।
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डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य सूचना के लिए है। निवेश से पहले कृपया अपनी वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। PBL NEWS में किसी भी प्रकार का निवेश या वित्तीय निर्णय लेने के लिए कोई सुझाव नहीं है। हम जानकारी की पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते। निवेश करते समय अपनी समझदारी और सतर्कता का उपयोग करें।